उदयपुर, 31 दिसम्बर। बीएन यूनिवर्सिटी, उदयपुर से पिंकी गुप्ता को उनके शोध "फेनोफिब्रेट फ्लोटिंग इन-सिटू जेल: फॉर्मूलेशन और मूल्यांकन" पर पीएचडी की उपाधि मिली है। इस शोध को डॉ. कमल सिंह राठौड़ के मार्गदर्शन में किया गया था। पिंकी के शोध का मुख्य उद्देश्य फेनोफिब्रेट, एक प्रमुख एंटिलिपेमिक एजेंट के फ्लोटिंग इन-सिटू जेल फॉर्मूलेशन को विकसित करना था, ताकि इसकी जैवउपलब्धता और चिकित्सीय प्रभावशीलता में सुधार हो सके।
शोध में पिंकी ने विभिन्न पॉलिमर, सॉल्वेंट और एडिटिव्स का उपयोग करके फेनोफिब्रेट के फ्लोटिंग इन-सिटू जेल फॉर्मूलेशन को तैयार किया। अनुकूलित फॉर्मूलेशन ने दवा के रिलीज़ और अवशोषण में सुधार दिखाया, जिससे यह हाइपरलिपिडेमिया के उपचार के लिए एक प्रभावी दवा प्रणाली बन गई। पिंकी के पर्यवेक्षक डॉ. कमल सिंह राठौड़ ने उनके काम की सराहना की, इसे फार्मास्यूटिकल अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान बताया।
पिंकी गुप्ता ने अपने शोधपत्र कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में प्रस्तुत किए और प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशित करवाए। यह उपाधि उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और फार्मास्यूटिकल अनुसंधान में नवाचारी दृष्टिकोण का प्रमाण है। बीएन यूनिवर्सिटी ने पिंकी को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ दीं।