भीलवाड़ा। हिंदू समाज की बेटियों को विधर्मियों से बचाने और अपराधियों को कठोरतम सजा दिलाने की मांग को लेकर संत समाज व हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पिछले एक माह में राजस्थान के विजयनगर, भीलवाड़ा सहित कई स्थानों पर मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू बालिकाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना की घटनाएं सामने आई हैं।
संतों ने बताया कि प्रशासन द्वारा कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन त्वरित और सख्त कार्रवाई आवश्यक है ताकि पीड़ित बालिकाओं और उनके परिवारों को न्याय मिल सके।
संतों की प्रमुख मांगें:
पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और रोज़ सुनवाई हो।
पीड़ितों और उनके परिवारों को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए।
अपराधियों के परिवारों और हर शामिल व्यक्ति पर कार्रवाई हो।
लव जिहाद को बढ़ावा देने वाले मौलवी, सदर, काजी व संगठनों की जांच कर कड़ी सजा दी जाए।
दोषियों की संपत्तियों की जांच कर उन्हें ध्वस्त किया जाए।
संदेहास्पद कैफे, रेस्टोरेंट, स्पा, होटल और घरों की जांच कर सील किया जाए और संबंधित मालिकों व कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जाए।
इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी, महंत बाबूगिरी जी महाराज, महंत मोहन शरण जी महाराज, महंत रामदास जी रामायणी, महंत बलराम दास जी महाराज, महंत नारायण दास जी महाराज, संत मुरारी जी महाराज, संत मायाराम सहित अन्य संत उपस्थित रहे। साथ ही विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री ओमप्रकाश लड्ढा, चंद्रशेखर शर्मा, विभाग मंत्री विजय ओझा, गणेश प्रजापत, ओमप्रकाश बलिया, भारत, सुशील सुवालका, मुकेश प्रजापति, लक्ष्मण लालवानी, रमेश जी खोईवाल, रामप्रकाश बहेड़िया, प्रकाश नकवाल, बाबूलाल सेन, श्याम ओझा व दिनेश ओझा सहित समाज के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।