बाँसवाड़ा/श्री पीताम्बरा आश्रम में रविवार को आध्यात्मिक सत्संग समागम का आयोजन किया गया। इसमें सनातन धर्म संरक्षण से संबंधित गतिविधियों के प्रसार से संबंधित विषयों पर गहन मंथन किया गया।
इसमें यह संकल्प सामने आया कि धर्म अध्यात्म के मूल रहस्यों और गहन चिन्तन को आत्मसात करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित होने वाले धार्मिक आयोजनों में आत्मीय एवं समर्पित भागीदारी का निर्वाह करें और इनसे जुड़े रचनात्मक कार्यों में जुटे कर्मयोगियों को हरसंभव सहयोग प्रदान करें। इसके साथ ही अपनी ऊर्जा और शक्ति लोक कल्याण से संबंधित गतिविधियों में लगाएं।
इस अवसर पर गायत्री मण्डल के पदाधिकारियों तथा कपिल केदारेश्वर मन्दिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों एवं धार्मिक सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने भगवान श्री हनुमानजी के श्रीविग्रह के सम्मुख सनातन संरक्षण में समर्पित योगदान का संकल्प लिया।
आध्यात्मिक समागम में रामशंकर जोशी, सीए अंजनी त्रिवेदी, गिरीश जोशी, मनोज नरहरि भट्ट, भानुप्रतापसिंह, पं. आशीष पण्ड्या, पंकज नारायण वैष्णव आदि ने विचार रखे।
धार्मिक महोत्सव का आमंत्रण दिया
कपिल केदारेश्वर मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष त्रिवेदी, सचिव अनन्त जोशी, कोषाध्यक्ष अरविन्द पाठक, सुभाष भट्ट, मनीष पाठक आदि ने आगामी 18 से 20 अप्रेल तक कपिल गणेश एवं केदारेश्वर महादेव मन्दिर पर होने जा रहे पुनर्प्रतिष्ठा महोत्सव का निमंत्रण पत्र भगवान श्री हनुमानजी के चरणों में समर्पित किया तथा गायत्री मण्डल के पदाधिकारियों को सौंपकर आमंत्रित किया।
कार्यकारिणी की बैठक
इससे पूर्व श्री पीताम्बरा आश्रम में गायत्री मण्डल की बैठक हुई, जिसमें संगठनात्मक सुदृढ़ता, आश्रम प्रबन्धन को बेहतर बनाने के उपायों, मण्डल की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के विस्तार आदि पर व्यापक मंथन कर महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव तैयार किए गए।
बैठक में गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक दिलीप गुप्ता, संरक्षक विद्यासागर शुक्ल एवं दिलीप सराफ, उपाध्यक्ष मनोहर जोशी एवं अनिमेष पुरोहित, सचिव विनोद शुक्ल, सह सहसचिव सुभाष भट्ट, कार्यकारिणी सदस्य अनन्त जोशी, सीए अंजनी त्रिवेदी आदि पदाघिकारियों ने विचार रखते हुए महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए।
27 अप्रेल को आम सभा की बैठक
बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार आगामी 27 अप्रेल को गायत्री मण्डल की आमसभा की बैठक आहूत की जाएगी, जिसमें संगठनात्मक ढाँचें के पुनर्गठन, मण्डल की गतिविधियों के लिए स्थायी निधि कोष स्थापित करने सहित विभिन्न अहम् निर्णय लिए जाएंगे।