(mohsina bano)
उदयपुर।
हिंदू धर्म, समाज और संस्कृति के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक सुरेन्द्र सिंह के आकस्मिक निधन पर उदयपुर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
सेक्टर-4 स्थित विद्या निकेतन विद्यालय के वैद्य भागीरथ सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में संघ परिवार, स्वयंसेवकों, शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व मातृशक्ति की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर सुरेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि दी।
राजस्थान क्षेत्र के प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि सुरेन्द्र सिंह जैसे प्रचारक संघ की रीढ़ होते हैं। उन्होंने समाज सेवा को अपना जीवन ध्येय बनाकर अंत तक राष्ट्र के लिए कार्य किया। वे प्रेरणादायक वक्ता, साहित्यप्रेमी और युवाओं को दिशा देने वाले व्यक्तित्व थे। 72 वर्ष की आयु में भी वे युवा जैसी ऊर्जा और निष्ठा से कार्यरत थे।
सभा में क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, विभाग संघचालक हेमेंद्र श्रीमाली, हिन्दू जागरण मंच के प्रांत संयोजक रविकांत त्रिपाठी सहित अन्य वक्ताओं ने उनके कार्यों, व्यक्तित्व और स्मृतियों को साझा किया।
कार्यक्रम में श्रीराम महामंत्र जाप, शांति मंत्र व भक्ति संगीत के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
जीवन परिचय
बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ निवासी सुरेन्द्र सिंह का जन्म 12 फरवरी 1953 को राधा किशन सिंह एवं लहरी बाई के घर हुआ। बचपन से संघ से जुड़ाव रहा। 1978 से 1984 तक संघ की शिक्षाओं के तीनों वर्ष पूर्ण किए। 1988 में विस्तारक बने और कुम्भलगढ़, भीम, देवगढ़ में प्रचारक रहे। उदयपुर ग्रामीण, ब्यावर व अजमेर में भी संघ कार्य किया। हिन्दू जागरण मंच में सक्रिय रहते हुए वे वर्तमान में क्षेत्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे।