विश्व ध्यान दिवस को 21 दिसंबर को आज भारतीय विद्या मंदिर बी एड कॉलेज बांसवाड़ा में मनाया गया ।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए एसीबीईओ डॉ हितेश चंद्र स्वर्णकार ने बताया कि ध्यान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया गया है।
कार्यक्रम में उन्होंने शारीरिक मानसिक भावात्मक स्वास्थ्य के साथ सामाजिक स्वास्थ्य बढ़ाने के लिए ध्यान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यक्ति अपनी संज्ञानात्मक एवं कुशलनात्मक क्षमताओं का उपयोग सामाजिक हित में करें किसी भी व्यक्ति की सामाजिक एवं सार्वजनिक जीवन की सफलता के लिए केवल शैक्षिक सफलता ही पर्याप्त नहीं सामाजिक समरसता एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण भी आवश्यक है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि हार्टफुलनेस के दक्ष प्रशिक्षक श्री जतिन भट्ट ने आनंदपूर्ण अस्तित्व की क्षमता विकसित करने के लिए ध्यान का दैनिक अभ्यास करने को कहा उन्होंने बताया कि ध्यान की अन्य विधियों से हार्टफुलनेस विधि क्यों ज्यादा प्रभावि है उन्होंने इस अवसर पर रिलैक्सेशन तथा 30 मिनट का ध्यान का सेशन B.Ed प्रशिक्षणार्थी व सहायक आचार्य को करवाया ।
प्रारंभ में संस्थान के प्राचार्य श्री विशाल उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का वास रहता है उन्होंने छात्रों को ध्यान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया कार्यक्रम का संचालन डॉ हेमेंद्र त्रिवेदी ने व आभार श्री आदित्य काले ने व्यक्त किया कार्यक्रम में श्री श्याम वसीटा डॉ चंद्रलेखा जोशी व अन्य स्टाफ ने सहयोग प्रदान किया