महोत्सव संयोजक पं. भुवन मुकुन्द पण्ड्या ने बताया कि आठ दिवसीय धार्मिक महोत्सव के समापन दिवस पर बुधवार को अग्रमलूक पीठाधीश्वर स्वामी श्री राजेन्द्रदास देवाचार्यजी महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा प्रातः 10 बजे आरंभ होगी। दो घण्टे की कथा के उपरान्त श्रीविद्या एवं श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति मध्याह्न काल में होगी। इसके बाद महाप्रसाद(भण्डारा) शुरू होगा।