प्रखर राजस्थान के तहत सरकारी स्कूल के बच्चों को रीड टू लीड प्रोग्राम के तहत किताबों को धारा प्रवाह से पढ़ना सिखाने के लिए राज्य सरकार ने 9 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 'प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान' शुरू किया है।
आज राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अमरथून में पुस्तकालय दिवस को धूमधाम से समारोह पूर्वक पुस्तकालय अध्यक्ष हितेष कुमार निनामा के सानिध्य में मनाया गया।
*सातवे कालांश में पुस्तक पढ़ने का अभ्यास*
विद्यालय के सस्था प्रधान अरुण व्यास ने बताया कि नोडल के सरकारी स्कूलों में जनजाति बहुल इलाकों में स्कूलों में विद्यार्थियो के पठन पाठन कौशल विकास को बढ़ाने हेतु प्रतिदिन सातवे कालांश में पुस्तक पढ़ने का अभ्यास कराया जा रहा है जिससे बच्चे शुद्ध उच्चारण न केवल करेंगे बल्कि सही सही लिखेंगे भी वर्तमान में कई शब्दों का अशुद्ध उच्चारण जैसे शक्कर को चक्कर लिखना बोलना करते है जिसे सही करवाया जाएगा।
उलेखनीय हैं कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को रीडिंग करना सिखाएंगे और इससे राज्य भर के 80 लाख बच्चों को फायदा मिलेगा ।
*रीड ए थोन के तहत सातवें कालांश में धारा प्रवाह बोलना*
इसके अलावा प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान के तहत प्रदेश के बच्चों को किताबों को प्रवाह से पढ़ना सिखाने के साथ ही रीड ए थोन के तहत धारा प्रवाह शब्द उच्चारित करके लिखने की कला भी सिखाई जाएगी इसके लिए राज्य सरकार ने 9 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 'प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान' शुरू किया है।
इसके लिए प्रतिदिन सरकारी स्कूलों में सातवें कालांश में उक्त गतिविधि कराई जा रही हैं।
*80 लाख बच्चों को करवाई जाएगी किताबों की रीडिंग*
राज्य स्तर पर अभियान के तहत प्रदेश के 65 हजार स्कूलों के लगभग 80 लाख बच्चों को किताबों की रीडिंग करवाई जाएगी।
*बच्चों को अच्छे संस्कार और ज्ञान का बोध*
इससे स्टूडेंट्स में आनंद और आत्मविश्वास बढ़ेगा ओर वर्तमान में निजी स्कूलों की अपेक्षा सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर तो बढ़ा है बल्कि बच्चों को अच्छे संस्कार और ज्ञान का बोध भी करवाया जा रहा है।
*इस नवाचार का देखने को मिलेगा अच्छा परिणाम*
श्री व्यास ने कहा कि इस अभियान के तहत 2 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
*निपुण मेले आदि का आयोजन*
इसके तहत हिन्दी दिवस मनाया जाएगा और स्थानीय भाषा में कविता एवं कहानी सुनाने सहित निपुण मेले आदि का आयोजन होगा।
*व्याकरण का अच्छे से ज्ञान दें ताकि धारा प्रवाह में सहायता हो*
हिन्दी के वरिष्ठ अध्यापक खुशपाल कटारा ने इस अवसर पर सभी अध्यापकों से कहा कि बच्चों को व्याकरण का अच्छे से अच्छा ज्ञान दें ताकि उनको धारा प्रवाह में सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा नवाचार है जिसका शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत परिणाम देखने को मिलेगा।
*अभियान के उद्देश्य की दी जानकारी*
इस अभियान कटारा ने प्रखर राजस्थान में रीड टू लीड प्रोग्राम के मुख्य उद्देश्य कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों में पठन कौशल का विकास करना, पठन कौशल के माध्यम से अवधारणाओं पर समझ विकसित करना, पठन कौशल, पठन में प्रवाह शीलता एवं अवधारणाओं की समझ के लिए प्रेरक एवं अनुकूल वातावरण का निर्माण करना, पठन कौशल के लिए उपलब्ध पुस्तकों, संसाधनों व कक्षा-कक्षीय गतिविधियों में शामिल करने के अवसर प्रदान करना है।
*अभियान के तहत आयोजित होंगी विभिन्न गतिविधियां*
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आदेश के अनुसार 9 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलाए जा रहे प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान के तहत प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियों संचालित होगी जिसमें स्कूलों में 9 सितंबर को पठन अवधि के दौरान सभी नोडल स्कूलों में (Read-A-Thon) रीड-ए-थॉन ,10 सितंबर को लाइब्रेरी दिवस ,14 सितंबर को हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा।उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत आज पुस्तकालय दिवस एवं 14 को हिन्दी दिवस मनाए जाएंगे।
स्कूलों में कविता व कहानी सुनाने की गतिविधियां, डिजिटल आईसीटी आधारित कहानी व कविता पढ़ने का दिवस, समुदाय में स्थानीय भाषा में गायन दिवस व समुदाय के साथ निपुण मेले का आयोजन शीघ्र ही किया जाएगा।
*‘प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान’ के पोस्टर का किया विमोचन*
इस दौरान सस्थाप्रधान अरुण व्यास ने ‘प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान’ के पोस्टर का विमोचन किया। ओर समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा अच्छे धारा प्रवाह में किताब पढ़ कर सुनाई गई, जिसे सुनकर अभिभावक प्रसन्न हुए और उन्होंने शिक्षकों को बच्चों को अच्छा ज्ञान देने पर बधाई दी।
प्रखर अभियान की शुरुआत:2 अक्टूबर तक रोज सातवें पीरियड में बोलकर किताबें पढ़ेंगे बच्चे, 24 दिन का अभियान शुरू
इसके तहत अब 2 अक्टूबर तक पहली से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए रोज सातवां कालांश रीडिंग का रहेगा। इसके तहत बोलकर किताबें पढ़वाई जाएंगी। दरअसल, सरकार और विभाग के पास इनपुट था कि सरकारी स्कूलों में ज्यादातर बच्चे ठीक से पढ़ नहीं सकते।
नई शिक्षा नीति के मुताबिक कक्षा 1 से 8 तक किताबें पढ़ने के लिए विशेष योजना है। इसी काे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लागू किया है। वे बच्चे चिह्नित होंगे, जो वाकई पढ़ना नहीं जानते। इसके अलावा जो पढ़ना जानते हैं, उनसे अंग्रेजी सहित अन्य विषयों की किताबें पढ़वाएंगे।
सरकार और विभाग की यह थीम 9 से 12 तक की कक्षाओं को ध्यान में रखकर शुरू की गई है।
अभी 8 वीं तक किसी बच्चे को फेल नहीं किया जाता, भले ही पढ़ना जाने या नहीं। ऐसे में 9वीं में आते ही उसकी परेशानी बढ़ जाती है। वे बड़ी कक्षाओं में अटके नहीं, इसके पीछे यह मकसद भी है।
*रोज कुछ नया, बच्चे-शिक्षक बुनेंगे और सुनाएंगे कहानियां*
9 से 13 सितंबर : रीड ए थॉन के तहत 7वें कालांश में किताबें पढ़ाई जाएंगी।
10 सितंबर : अभिभावक, जनप्रतिनिधि, शिक्षक और बच्चों को किताबें देंगे।
14 से 21 सितंबर : रीड ए थॉन के तहत विद्यार्थियों को किताबें पढ़ाई जाएंगी।
14 सितंबर : हिंदी दिवस मनाया जाएगा। हिंदी सप्ताह का आयोजन।
23 से 28 सितंबर : रीड ए थॉन के तहत विद्यार्थियों को किताबें पढ़ाई जाएंगी।
23 सितंबर : शिक्षक और बच्चे अलग अलग विषय पर कहानी सुनाएंगे।
29 सितंबर-2 अक्टूबर : रीड ए थॉन के तहत विद्यार्थियों को किताबें पढ़ाएंगे।
प्रखर राजस्थान रीडिंग अभियान के तहत समारोह को नासीर अली अंसारी,कपिल वर्मा,दिलीप कुमार मीणा, पर्वत सिंह, हरिशंकर ,भेरूलाल डोडियार वरिष्ठ अध्यापक सस्कृत,जीवन लाल निनामा श्रीमति रैना निनामा ,मान सिंह,अनूप कुमार मेहता, मयूर पड़ियार, सम्बोधित किया।
समारोह का संचालन खुश पाल कटारा ने किया और आभार प्रदर्शन दयाशंकर चरपोटा ने किया