आज, 30 जनवरी को, मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग और निजी विश्वविद्यालय आयोग द्वारा एक अहम वर्चुअल बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्य वित्त पोषित और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में एक अत्याधुनिक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विषय विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त करना था।
मध्य प्रदेश सरकार एक नवाचारी खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार कर रही है। इस संदर्भ में विक्रांत विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने अपने उद्बोधन में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इसे मल्टी-फैकल्टी संस्थान के रूप में विकसित करने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय में आधुनिक वैज्ञानिक सुविधाओं की आवश्यकता को रेखांकित किया।
प्रोफेसर सिंह ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल स्कूल, कंप्यूटर सेंटर, लाइब्रेरी, पैरामेडिकल, होम साइंस और नेचुरोपैथी जैसी विविध शाखाओं को जोड़ा जाए, ताकि यह एक आत्मनिर्भर संस्थान बन सके। उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि देश के पुराने विश्वविद्यालयों की स्थापना दान या पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से हुई थी, और इसी प्रकार, मध्य प्रदेश में इस खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भी जनभागीदारी और दान का रास्ता अपनाया जाना चाहिए।
इसके साथ ही, प्रोफेसर सिंह ने विश्वविद्यालय के स्थान के चयन पर भी ध्यान दिया, यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता जताई कि विश्वविद्यालय का स्थान पूरे देश से सुगम कनेक्टिविटी वाला हो। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय को उद्योग विभाग से जोड़ा जाए, जिससे तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को प्रोत्साहन मिले।
प्रोफेसर अमेरिका सिंह का तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश और राजस्थान में उत्कृष्ट योगदान रहा है, जो इस पहल को सफलता की ओर अग्रसर करने के लिए प्रेरणा स्रोत बन सकता है।
मध्य प्रदेश के भविष्य को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने और खेल शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाने के लिए यह कदम निश्चित ही प्रेरणादायक होगा।