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विक्रांत यूनिवर्सिटी ग्वालियर में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित हुआ पतंग महोत्सव

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14 Jan 25
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विक्रांत यूनिवर्सिटी ग्वालियर में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित हुआ पतंग महोत्सव

भारतीय ज्ञान परम्परा के अनुसार मकर संक्रांति पर्व की पौराणिक मान्यता का निर्वहन नैतिक दायित्व: श्री राकेश सिंह राठौड़, चांसलर, विक्रांत यूनिवर्सिटी

मकर संक्रांति पर्व पर आयोजित पतंग महोत्सव में स्टाफ परिवार के सदस्यों की भागीदारी से उत्साह का संचार हुआ: विक्रांत सिंह राठौड़, प्रो चांसलर, विक्रांत यूनिवर्सिटी

विक्रांत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने विक्रांत परिवार के कर्मचारियों को मकर संक्रांति पर्व की वर्चुअल शुभकामनाएं प्रेषित की

ग्वालियर,: विक्रांत यूनिवर्सिटी ग्वालियर में मकर संक्रांति के अवसर पर पतंग महोत्सव का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम विक्रांत यूनिवर्सिटी की संरक्षक महोदया श्रीमती मीना राठौड़, कोषाध्यक्ष श्रीमती गुंजन राठौड़ एवं समस्त महिला कर्मचारी सदस्यों ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर पतंग महोत्सव का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों ने भारतीय परंपरा और संस्कृति के अनुरूप इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और स्टाफ परिवार के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे महोत्सव में उत्साह और जोश का संचार हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत मकर संक्रांति के पौराणिक महत्व और भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित संदेश के साथ हुई। इस अवसर पर विक्रांत यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री राकेश सिंह राठौड़ ने कहा, “मकर संक्रांति पर्व भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है और इसे मनाना हमारे नैतिक दायित्व का भाग है। यह पर्व सूर्य की उत्तरायण यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है और समाज को एकता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।”

वहीं, विक्रांत सिंह राठौड़, प्रो चांसलर, विक्रांत यूनिवर्सिटी ने कहा, "मकर संक्रांति पर आयोजित पतंग महोत्सव में विश्वविद्यालय के स्टाफ परिवार के सदस्यों की भागीदारी से उत्साह का संचार हुआ। यह आयोजन हमें न केवल पारंपरिक त्योहारों को मनाने का अवसर देता है, बल्कि हमारे सामूहिक प्रयासों और सहयोग का भी प्रतीक है।”

विक्रांत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने दिल्ली प्रवास पर होने के कारण मकर संक्रांति के इस शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को वर्चुअल शुभकामनाएं प्रेषित कीं और इस पर्व के सांस्कृतिक महत्व को पुनः रेखांकित किया।

महोत्सव में आयोजित प्रतियोगिताएं

इस महोत्सव के दौरान विभिन्न खेल कूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें स्टाफ और कर्मचारियों ने उत्साह से भाग लिया। खेलों में पतंगबाजी, रस्सा कस्सी, सितोलिया, क्रिकेट और संगीत प्रतियोगिता शामिल थीं।

क्रिकेट प्रतियोगिता में डॉ. वीर नारायण की टीम विजेता रही।

रस्सा कस्सी (टग ऑफ वार) में महिला वर्ग की विजेता टीम डॉ. एम डी जगविंदर कौर रही, जबकि पुरुष वर्ग में डॉ. वीर नारायण की टीम ने जीत हासिल की।

संगीत प्रतियोगिता में श्री शरद गुप्ता ने श्रेष्ठ गायन का प्रदर्शन किया।

बेस्ट कुकिंग अवॉर्ड रोहित गुप्ता को मिला, जबकि बेस्ट सर्विस अवॉर्ड तस्कीन खान को प्रदान किया गया।

सर्वश्रेष्ठ पतंगबाजी पुरस्कार सिविल डिपार्टमेंट के लिए आयोजित किया गया।

उत्कृष्ट आयोजन व्यवस्था की श्रेणी में जितेन्द्र यादव को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का समापन संबोधन रजिस्ट्रार के. डी. पाठक द्वारा किया गया। समापन समारोह में आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन ऐश्वर्या तोमर द्वारा प्रेषित किया गया। इस आयोजन ने विक्रांत यूनिवर्सिटी के परिवार को एकजुट किया और मकर संक्रांति के उत्सव को पूरी तरह से पारंपरिक एवं उल्लासपूर्ण बनाया।

खेल कूद प्रतियोगिताओ के आयोजन में स्पोर्ट्स बोर्ड के डायरेक्टर, डॉ. कुलदीप सिंह झाला का निर्देशन सराहनीय रहा। उन्होंने विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिताओं का सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित किया।

इस पर्व ने विक्रांत यूनिवर्सिटी के परिवार को न केवल सांस्कृतिक रूप से एकजुट किया, बल्कि खेल और मनोरंजन के माध्यम से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और उनके परिवारों के बीच सामूहिक बंधन को भी मजबूत किया।


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