उदयपुर। भारत के शिल्प और संस्कृति का केंद्र, अब फर्नीचर उद्योग में कौशल विकास के लिए एक नई पहचान बना रहा है। फर्नीचर और फिटिंग्स स्किल काउंसिल ने उद्योग में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए, उदयपुर स्थित आईराज इवोलयूशन डिजाईन कंपनी परिसर में 5 दिवसीय ’ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य प्रशिक्षकों की क्षमताओं को निखारना और प्रभावी प्रशिक्षण के माध्यम से स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के नए द्वार खोलना है।
कार्यक्रम में देशभर के 20 से अधिक प्रशिक्षक हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन को भारत के प्रमुख ब्रांड्स,उदयपुर क्षेत्रीय कौशल अध्याय और विषय विशेषज्ञों के सहयोग से आयोजित किया गया है।
एफएफएससी के सीईओ राहुल मेहता ने बताया कि इंटीरियर और फर्नीचर उद्योग में बढ़ती मांग के साथ कुशल कार्यबल की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। इस कार्यक्रम के जरिए हम युवाओं को कौशल विकसित करने और रोजगार पाने के लिए तैयार कर रहे हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उदयपुर के उद्योग और युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पहले दिन प्रशिक्षकों का परिचय सत्र आयोजित किया गया, जिसके बाद कौशल की कमी और चुनौतियां, वैश्विक मानदंड, वर्ल्ड स्किल्स कॉम्पटीशन, और स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मानकों पर चर्चा की गई। प्रशिक्षकों ने आईईवीओ फैक्ट्री का दौरा भी किया, जहां उन्हें उद्योग की वास्तविक प्रक्रियाओं को करीब से देखने का अवसर मिला।
इस कार्यक्रम के बाद फर्नीचर डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित विशेष कौशल कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में नए प्रतिभागियों को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी। उदयपुर में इन कार्यक्रमों के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। उदयपुर के युवाओं के लिए यह एक अनूठा अवसर है कि वे इस बढ़ते हुए उद्योग में अपनी जगह बनाएं। बढ़ती मांग को देखते हुए, यह क्षेत्र रोजगार और करियर के लिए असीम संभावनाएं प्रदान करता है।
इस कार्यक्रम ने न केवल उदयपुर को फर्नीचर उद्योग में कौशल विकास का एक केंद्र बनाया है, बल्कि बेरोजगारी को कम करने और स्थानीय युवाओं को नए अवसर देने की दिशा में भी एक नई उम्मीद जगाई है।