उदयपुर। लोक संगीत की समृद्ध धरोहर को जीवंत बनाए रखने और संगीत प्रेमियों को एक मंच देने के उद्देश्य से सुरों की मंडली 30 मार्च को एक विशेष संगीत संध्या सुरों के संग, संस्कृति के रंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने जा रही है। इस आयोजन में भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लोकगीतों की रंगारंग प्रस्तुतियाँ देखने और सुनने को मिलेंगी।
सुरों की मंडली के संस्थापक अध्यक्ष मुकेश माधवानी ने बताया कि यह कार्यक्रम उन सभी के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो लोकगीतों को गाने और संजोने का शौक रखते हैं। 25 मार्च को अशोका पैलेस में 4 बजे से ऑडिशन राउंड आयोजित किया जाएगा, जिसमें चयनित प्रतिभागियों को मुख्य कार्यक्रम में प्रस्तुति देने का अवसर मिलेगा। इच्छुक गायक अपने लोकगीत के 1-2 मिनट के प्रदर्शन के साथ ऑडिशन में भाग ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि ऑडिशन 25 मार्च को मधुश्री में शाम 4 से 7 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इच्छुक गायक अपने नाम और पसंदीदा लोकगीत के बोल 9828028999 पर भेजकर पंजीकरण करा सकते हैं। इस कार्यक्रम में राजस्थानी मांड, पंजाबी गिद्धा, बंगाली बाउल, गुजराती गरबा, मराठी लावणी, कश्मीरी रूफ, दक्षिण भारतीय जनपद गीत जैसे लोकगीतों को प्रस्तुत किया जा सकता है। अधिक जानकारी व पंजीकरण के लिए डॉ. अनिता सिंघी से 9828028999 पर संपर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ-विभिन्न भारतीय भाषाओं और प्रदेशों के पारंपरिक लोकगीतों की प्रस्तुति,रंगारंग पारंपरिक वेशभूषा और लोक संगीत की झलक,सोलो और ग्रुप परफॉर्मेंस दोनों की अनुमति,सभी प्रतिभागियों के लिए आकर्षक उपहार,संगीत प्रेमियों के लिए एक यादगार संगीतमय अनुभव होगा।
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