Udaipur . मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पारस हेल्थ उदयपुर अपने कैंपस में एक ओबेसिटी कैंप (मोटापा शिविर) आयोजित करेगा। इस कैंप का नेतृत्व डॉ. सपन अशोक जैन करेंगे। गौरतलब है कि डॉ सपन जैन इस क्षेत्र के पहले ओबेसिटी सर्जन हैं। यह कैंप मोटापे और उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्लीप एपनिया और नि:संतानता से पीड़ित लोगों के लिए व्यापक सलाह एवं इलाज प्रदान करने के लिए लगाया jayega। इस कैंप का मुख्य बिंदु बैरिएट्रिक सर्जरी है। बैरिएट्रिक सर्जरी एक सिद्ध तकनीक है जो ज्यादा वजन वाले व्यक्ति को न्यूनतम इनवेसिव लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से वजन कम करने में मदद करती है। इस प्रक्रिया में पेट के आकार को कम करना और आंतों के हिस्से को बायपास करना शामिल होता है। इससे महत्वपूर्ण रूप से वजन कम होता है और मोटापे से संबंधित बीमारियों में सुधार होता है। इस सर्जरी में बहुत कम निशान लगता है, और दर्द लगभग न के बराबर होता है। इसके अलावा इससे रिकवरी तेज होती है। अधिकांश मरीजों को 2 से 3 दिनों के अंदर सर्जरी के बाद छुट्टी दे दी जाती है। ऑपरेशन के बाद पहले दिन से ही मरीजों का वजन कम होना शुरू हो जाता है, और 3 से 6 महीनों के अंदर संभावित वजन बिना कमजोरी महसूस किए 40 से 80 किलोग्राम तक कम हो सकता है।
पारस हेल्थ उदयपुर के डॉ सपन अशोक जैन पिछले 13 वर्षों से सर्जरी और नॉन-सर्जिकल दोनों तरह से मोटापे के इलाज में सबसे आगे रहे हैं। उनकी एक्सपर्टीज मोटापे के प्रकार, मरीज की चिकित्सा स्थिति और उनकी लाइफस्टाइल के अनुरूप पर्सनल ट्रीटमेंट प्लान बनाने में है। मोटापे की गंभीरता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मोटापा एक गंभीर समस्या बन गई है, जो पिछले दशक में चार गुना बढ़ गई है। हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावी समाधान प्रदान करना है जो न केवल वजन कम करें बल्कि इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को भी कम करें, जिससे हमारे मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हो।” मोटापे के इलाज में लगने वाले खर्च को समझते हुए पारस हेल्थ कैंप के लिए रजिस्ट्रेशन करने वाले मरीजों के लिए सर्जरी पर 20% की छूट दे रहा है। इसके अलावा जो लोग नॉन-सर्जिकल विकल्प पसंद करते हैं, उनके लिए कैंप में इंट्रागैस्ट्रिक बैलून विधि के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह अस्पताल में भर्ती होने या एनेस्थीसिया के बिना 25-35 किलोग्राम वजन कम करने में मदद करता है और इसमें एंडोस्कोपी का उपयोग करके मुंह से गुब्बारा डालना शामिल होता है, जिससे कोई निशान या चीरा नहीं लगाना पड़ता है एवं इसी तरह ऐलूरियान केप्सूल ( इंट्रागैस्ट्रिक बलून) शरीर का वज़न कम करने की ऐसी विधि है जिसमें की किसी भी तरह के ऑपरेशन की या फिर एंडोस्कोपि और किसी भी तरह की बेहोशी की ज़रूरत नहीं होती है और ये procedure मात्र २० मिनिट में हो जाता हे!
SAFE Weight Loss Procedure
इंट्रागैस्ट्रिक बलून के फ़ायदे
1. बिना ऑपरेशन के १५-३५ किलो वज़न कम करने का सरल उपाय।
2. हॉस्पिटल में भर्ती और बेहोश करने की ज़रूरत नही ।
3. शरीर पर कोई निशान या चीरा नही होता है।