उदयपुर: मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पारस हेल्थ ने पित्ताशय की पथरी और कई बड़े सामान्य पित्त नली के पथरी से पीड़ित 55 वर्षीय महिला का सफलतापूर्वक इलाज किया। डायबिटीज और मोटापे से ग्रस्त होने के कारण महिला को हाई रिस्क वाली श्रेणी में रखा गया था। अंतर्निहित खतरों के बावजूद, पारस हेल्थ, उदयपुर में कंसल्टेंट जनरल सर्जन और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. सपन अशोक जैन के नेतृत्व में अनुभवी मेडिकल प्रोफेसनल्स की एक टीम ने महिला का इलाज किया। महिला अब एक सामान्य और स्वस्थ जीवन जी रही है।
पित्ताशय पेट के दाहिनी ओर लीवर के नीचे स्थित एक छोटा अंग होता है। यह पित्त को स्टोर करता है। पित्त एक हरा-पीला तरल होता है जो पाचन में मदद करता है। पित्त में अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल पित्त पथरी के बनने का कारण बन सकता है, जो पेट दर्द, बुखार और उल्टी जैसी समस्याओं को पैदा कर सकता है। कभी-कभी ये पथरी पित्ताशय से निकलकर सामान्य पित्त नली में फंस जाती है। पित्त नली लीवर और पित्ताशय से पित्त को छोटी आंत तक पहुंचाने में मदद करती है।
मरीज़ पेट में तेज़ दर्द और पीलिया की शिकायत के साथ उदयपुर के पारस हेल्थ के लैप्रोस्कोपिक विभाग में आई थी। जांच के बाद पता चला कि उसे पित्त की पथरी और कई बड़ी कॉमन पित्त नली की पथरी है, साथ ही लीवर में संक्रमण भी है। मरीज़ को पिछले कई सालों से डायबिटीज और मोटापे की बीमारी भी थी। डॉ सपन अशोक जैन ने लैप्रोस्कोपिक कॉमन पित्त नली की पथरी निकालने से पहले मरीज़ को स्टेबिलाइज किया। लेजर तकनीक का उपयोग करते हुए उन्होंने कॉमन पित्त नली से सभी पथरी को सफलतापूर्वक निकाला। इसके बाद उन्होंने पित्त की पथरी को निकालने के लिए सर्जरी की।
ऑपरेशन के दौरान एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. अबीज़र हुसैन, एनेस्थेसिस्ट, ने पाया कि मरीज की डायबिटीज और मोटापे के कारण एनेस्थीसिया से जुड़े खतरे में काफी वृद्धि हुई है। हालांकि सावधानीपूर्वक निगरानी और मैनेजमेंट से एनेस्थीसिया सुरक्षित रूप से दिया गया। पूरी प्रक्रिया में 3 घंटे लगे।
डॉ सपन अशोक जैन, कंसल्टेंट, जनरल सर्जन और लेप्रोस्कोपिक सर्जन ने सलाह दी है कि पित्त पथरी के लक्षण अनुभव करने वाले किसी भी व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। उन्होंने इस बारे में कहा, “पित्ताशय की पथरी वाले किसी भी व्यक्ति को जल्द से जल्द ऑपरेशन करवाना चाहिए क्योंकि पित्ताशय में लंबे समय तक पथरी रहने से कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा कभी-कभी पथरी पित्ताशय से निकलकर पित्त नली में फंस सकती है, जिससे सर्जिकल पीलिया और पैनक्रियाटीटिस हो सकता है। इन जानलेवा समस्याओं को रोकने के लिए समय पर सर्जरी कराना बहुत जरूरी होता है।”
यह केस, पित्त की पथरी के शीघ्र डायग्नोसिस और इलाज़ के महत्व को दर्शाता है। पेट दर्द और पीलिया जैसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ करने से गंभीर और संभावित रूप से जानलेवा बीमारियां पैदा हो सकती हैं। पारस हेल्थ, एक्सपर्ट सर्जनों की अपनी टीम के साथ पित्त की पथरी और पित्त नली की पथरी के लिए एडवांस्ड इलाज प्रदान करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है, इससे मरीज की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित होती है।