GMCH STORIES

राज्यपाल विलेज हींता में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम सम्पन्न्ा

( Read 363 Times)

23 Jan 25
Share |
Print This Page

राज्यपाल विलेज हींता में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम सम्पन्न्ा


उदयपुर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा माननीय राज्यपाल स्मार्ट गांव पहल कार्यक्रम के तहत गोद लिए गांव हींता पंचायत समिति भीण्डर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. आर.एल. सोनी निदेशक प्रसार शिक्षा निदेशालय ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरूआत प्रधान मंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में की थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन-काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलेगी और महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा यह एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना शिक्षा, वित्तीय सुरक्षा और लड़कियों के खिलाफ हानिकारक प्रथाओं को खत्म करने सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना तथा बालिकाओं के विकास एवं जन्म से संबंधित बेहतर विकास की दिशा में कार्य करने पर केंद्रित है। साथ ही बताया कि इस योजना का उद्देश्य समाज में लड़कियों के प्रति निहित भेदभाव से निपटना है तथा देश के नागरिकों की मानसिकता में बदलाव लाना है। बाल लिंगानुपात (सीएसआर) में कमी सहित विभिन्न मुद्दों का समाधान करना, लिंग आधारित असमानताओं को समाप्त करते हुए महिला सशक्तिकरण को बढ़ाना तथा बालिकाओं की सुरक्षा करना है। बालिकाओं की शिक्षा और उनकी सामाजिक भागीदारी इस योजना के अन्य उद्देश्य हैं। डॉ. आर.एस. राठौड़, समन्वयक, समार्ट विलेज ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक वि़द्यालय हींता के छात्राओं को इस अभियान के प्रति जागरूक किया गया तथा उच्च शिक्षा मेें छात्राओं को राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।  इस अवसर पर छात्राओं द्वारा रैली निकाली तथा नारे लगाये गये। इसमें 55 छात्राओं ने भाग लिया। उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य श्यामसुन्दर सालवी ने बताया कि शिक्षा एवं खेल  के प्रति छात्राओं मेें एक विशेष प्रकार की रूचि देखी जाती है। इस अवसर पर डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय द्वारा खाद्य प्रसंस्करण मेें सुरक्षा एवं गुणवत्ता विषय पर एवं दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस अवसर पर डाॅ. अरूण कुमार गोयल ने बताया कि यह कार्यक्रम सुक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयेाजित किया गया। जिसमें खाद्य प्रसंस्करण एवं मुल्य संवद्धन के विभिन्न उत्पाद बनाना सिखाया गया। इस प्रशिक्षण में 52 कृषक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर डाॅ. मणी राम वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी, कृषि विज्ञान केन्द्र वल्लभनगर में सभी सम्भागियों को कृषि कैलेण्डर वितरित किये जिसमें मासिक कृषि संबंधी जानकारियां दी गई है।  


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like