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"वस्त्र से वजूद तक" उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन समारोह

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22 Sep 24
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"वस्त्र से वजूद तक" उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन समारोह

उदयपुर, बड़गांव पंचायत समिति के थूर गांव में 21 सितंबर 2024 को "वस्त्र से वजूद तक" (वीमेन्स टेलर) उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन 29 जुलाई से 21 सितंबर 2024 तक 41 कार्य दिवसों में किया गया था, जिसमें 28 ग्रामीण महिलाओं और युवतियों ने भाग लिया। यह प्रशिक्षण अखिल भारतीय समन्वित कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना (AICRP), अनुसंधान निदेशालय, म.प्र.कृ. एवं प्रौ. वि.वि., उदयपुर और ICICI, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI), उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में  आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उद्यमिता कौशल  विकास के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण करना है जिससे वे आत्मनिर्भर हों एवं  समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनें। यह प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर शबनम बानों के कुशल निर्देशन  में  कराया गया जिसमे प्रतिभागियों को सिलाई मशीनों के संचालन, वस्त्रों की ड्राफ्टिंग और विभिन्न प्रकार के परिधानों  जैसे स्कर्ट, ब्लाउज, सलवार सूट, गाउन, फ्रॉक, बाबा सूट,पेटीकोट, बैग, लहंगा, डिज़ाइनर ड्रेस इत्यादि की सिलाई में कुशल बनाया गया। इसके साथ ही, उन्हें विपणन, ग्राहक सेवा, टीम निर्माण, उद्यमी व्यवहार और आजीविका संवर्धन के बारे  में एवं  वित्तिय साक्षरता की कक्षाएं भी ली गयी । साथ ही इन प्रशिक्षुओं को उदयपुर में संचालित विभिन्न परिधान विक्रताओं एवं बुटीक इत्यादि से संपर्क करके आजीविका से जोड़ने का प्रयास किया गया I समापन समारोह में  डॉ. अरविंद वर्मा, निदेशक, अनुसंधान निदेशालय, म.प्र.कृ. एवं प्रौ. वि.वि., उदयपुर, ने महिलाओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपने काम को और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। ग्राम  थुर  पंचायत के सरपंच श्री जगदीश चंद्र गांछा  ने भी उपस्थित होकर सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद दिया और उन्हें निरंतर प्रगति के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थीयों ने प्रशिक्षण सम्बन्धी अपने अनुभव एवं इसके द्वारा स्वयं में आये हुए बदलाव के बारे में जानकारी दी I उन्होंने आश्वासन दिया कि वे प्रशिक्षण से  प्राप्त कौशल और व्यावहारिक ज्ञान का उपयोग करके जल्द ही सफल उद्यमी बनेंगे और अपने परिवार और समाज के लिए आत्मनिर्भरता का उदाहरण पेश करेंगे। इस अवसर पर प्रशंसा प्रमाणपत्र और सिलाई उपकरणों की टूल  किट सभी प्रशिक्षुओं को वितरित की गई, जिससे वे अपने स्वरोजगार को सफलतापूर्वक प्रारंभ कर सकें। प्रशिक्षण के आयोजक दल के सदस्य वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. विशाखा सिंह, कनिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुमित्रा मीणा    आईसीआईसीआई आरसेटी संस्थान से ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर वैभव गुप्ता, शरद माथुर एवं प्रकाश कुमावत की भागीदारी रही ।


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