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95 वर्षीया माँ को जन्मदिन पर उपहार में मिले,नाती पोतों के नेत्रदान-देहदान संकल्प पत्र

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15 Nov 24
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95 वर्षीया माँ को जन्मदिन पर उपहार में मिले,नाती पोतों के नेत्रदान-देहदान संकल्प पत्र

एक समय था जब,परिवार के बड़े बुजुर्गों को नेत्रदान, देहदान और अंगदान के बारे में समझाने पर काफी परेशानी आती थी । क्योंकि न तो इस विषय पर कहीं संपूर्ण जानकारी थी,और
ना ऐसे जागरूक लोग, जो इस बारे में संपूर्ण जानकारी दे सकें । परंतु 13 वर्षों के शाइन इंडिया फाउंडेशन के अनवरत जागरूकता अभियान एवं नेत्रदान,अंगदान,देहदान के रुचिकर प्रयोग से,आज हाड़ौती संभाग का एक-एक घर नेत्रदान अंगदान देहदान के प्रति जागरूक है,समर्पित है ।

जागरूकता के प्रयास इसी क्रम में,शहर के बागड़िया (जैन) परिवार ने अपनी 95 वर्षीय मां सूरज बाई बागड़िया धर्मपत्नी स्व० श्री जीतमल बागड़िया के जन्मदिवस के अवसर पर न सिर्फ माताजी का नेत्रदान संकल्प पत्र भरवाया, बल्कि आमंत्रण पत्र के माध्यम से घर परिवार और समाज के सभी लोगों को नेत्रदान संकल्प पत्र भरने के लिए जागरूक किया ।

ओसवाल भवन,आर के पुरम में आज माता जी का 95 वां जन्मदिवस तीन पीढ़ियों की 33 संतानो ने मिलकर मनाया । जिसमें शाइन इंडिया फाउंडेशन द्धारा नैत्रदान,अंगदान और देहदान की जागरूकता एवं संकल्प करने के लिए स्टॉल लगाया गया था । मंच से अनाउंसर द्धारा बार-बार आने वाले सभी अतिथियों को नेत्रदान संकल्प पत्र भरने के लिए कहा गया । बागड़िया परिवार के छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों ने भी अपने नेत्रदान के संकल्प पत्र भरे । परिवार के 113 नैत्रदान संकल्प के अलावा,56 संकल्प पत्र अंगदान के भी भरे गये, जो कि अभी तक किसी भी शिविर में संभव नहीं हुआ है ।

परिवार के सबसे बड़े बेटे, जयकुमार जैन ने इस अवसर पर बताया, "हमारी मां का नेत्रदान संकल्प, न केवल हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि इसने हमारे परिवार को एकजुट भी किया। इस पहल ने हमें यह एहसास दिलाया कि जीवन का असली अर्थ सिर्फ जीने में नहीं, बल्कि दूसरों की मदद करने में है।"


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