आज जनार्दन राय नगर विद्यापीठ उदयपुर के विधि विभाग द्वारा आयोजित विधिक सहायता शिविर के के प्रारंभ में विधि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर कला मुनोत ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ प्रतीक गांधी ने नशे के बारे में जानकारी देते हुए उसे विनाशकारी बताया । शिविर ग्राम विकास कोष कमेटी क्षमता वर्धन प्रशिक्षण डॉ मोहन सिंह मेहता ग्रामीण प्रशिक्षण केंद्र काया में नशा मुक्ति पर रखा गया उसमें जलवायु मित्र डॉक्टर पी सी जैन एवं माणिक्य लाल वर्मा विधि महाविद्यालय महाविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा एक नाटिका "व्यसन राज" का मंचन किया गया।
नाटिका में “व्यसन राज” के सहयोगी शराब, पान, तंबाकू, ड्रग्स, सिगरेट बने विद्यार्थी होते हैं जो अपना अपना प्रभाव सबको दर्शाते हैं। राक्षस "व्यसन राज" कहते हैं कि मैं अपने साथियों के साथ अब इस सारी धरती पर राज करता हूं। शराबी साथी कहता है मैंने घर घर में लड़ाइयां करवा दी है और मुझे पीकर चलाने वाला सीधा यमलोक पहुंचता है। सिगरेट वाला कहता है कि मैं धीरे-धीरे फेफड़ों को सडा देता हूं। पान वाला कहता है मैंने सारे भारत को लाल रंग से रंग दिया है। तंबाकू वाला कहता है मैंने बच्चे बच्चे के मुंह पर कब्जा कर लिया है और आने वाले समय में वे खाना खाने लायक भी नहीं रहेंगे। ड्रग्स वाला कहता है की एक बार मेरे चंगुल में आने वाला फिर कभी मुझसे बच नहीं सकता। तभी माता दुर्गा देवी आती है और कहती है हे राक्षस "व्यसन राज' अब तेरा खेल खत्म होने वाला है और वह एक-एक करके सभी को मार देती है अंत में राक्षस "व्यसन राज" भी मर जाता है।
व्यसन मुक्त भारत के जिला समिति के सदस्य डॉक्टर पी सी जैन तब उपस्थित 200 ग्रामीण महिला और पुरुषों को नशा छुड़ाने के घरेलू उपचार भी बताते हैं। साथ ही उन्हें किस तरह से 7d के सहारे नशा छुड़ाने का तरीका भी बताते हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी लोग मिलकर "घर-घर हो गए हो बर्बाद नशा तू छोड़ दे आज" गीत नृत्य सहित गाते हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर प्रतीक गांधी विधिक सहायता शिविर प्रभारी ने किया।
कार्यक्रम में सेवा मंदिर के कमेटी के पदाधिकारीगण एवं अबरार अहमद ने सभी का आथीत्य एवं स्वागत किया किया।
कार्यक्रम में डॉक्टर कला मुनोत् डीन विधि महाविद्यालय ,डॉ विनीता व्यास डॉ अंजू कावड़िया मनु मैडम, छत्रपाल सिंह, चिराग, डॉ दिलीप एवं विधि महाविद्यालय के 5th सेमेस्टर के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।