भीलवाड़ा, भृगुसंहिता के विद्वान और प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नाथूलाल व्यास का गुरुवार तड़के 5 बजे निधन हो गया। 95 वर्षीय पंडित व्यास का अंतिम संस्कार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मोक्षधाम कारोई कलां में किया गया।
पंडित व्यास ने अपने अद्वितीय ज्ञान और भविष्यवाणी की कला के माध्यम से कारोई कलां को "ज्योतिष नगरी" के रूप में विशेष पहचान दिलाई। उनका ज्योतिषीय योगदान केवल राजस्थान तक सीमित नहीं था, बल्कि देश-विदेश से लोग उनके पास अपने भविष्य के बारे में जानने के लिए आते थे।
उनकी ख्याति रूस, जर्मनी, फिलीपींस, अमेरिका, लंदन, जापान जैसे देशों तक फैली हुई थी, जहां से शोधकर्ता और छात्र ज्योतिष विद्या पर अध्ययन के लिए कारोई आते थे। उन्होंने कई प्रमुख हस्तियों के जीवन से जुड़ी भविष्यवाणियां की, जिनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी शामिल है, जो सच साबित हुई।
पंडित व्यास का योगदान न केवल ज्योतिष विद्या तक सीमित था, बल्कि उन्होंने सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने 2016 में बैंक ऑफ बड़ौदा की राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की पहली एटीएम सेवा का उद्घाटन भी किया।
पिछले कुछ वर्षों से अस्वस्थ चल रहे पंडित व्यास का निधन ज्योतिष जगत और उनके अनुयायियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान और ज्ञान को आने वाली पीढ़ियाँ हमेशा याद रखेंगी।