उदयपुर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर डिज़ाइनर्स (आईआईआईडी) उदयपुर चैप्टर द्वारा ओल्ड सिटी की दीवारों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य शुक्रवार शाम जयवाना हवेली में सम्पन्न हुआ। इस पहल में लालघाट से लेकर झील किनारे की दीवारों को मरम्मत कर कलात्मक पेंटिंग्स से सजाया गया।
उदयपुर चैप्टर की हेड, अंजलि दूबे, ने इस परियोजना को एक नवाचारी कदम बताते हुए कहा कि यह आर्किटेक्ट्स और युवाओं की रचनात्मकता का प्रमाण है। उन्होंने जोर दिया कि मानव संवेदनशीलता और रचनात्मकता ऐसे कार्यों में अपरिहार्य हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संभव नहीं।
कार्यक्रम में आईआईआईडी के अध्यक्ष सरोश एच. वाडिया और इनस्केप संपादक जबीन जकारियास के साथ कई अन्य पदाधिकारी, कलाकार, छात्र और नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर आईआईआईडी की मैगज़ीन का विमोचन भी किया गया।
सरोश वाडिया ने कहा, "हम बेहतर डिजाइन की शक्ति के माध्यम से उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी श्रृंखला के सात फोलियो निर्मित पर्यावरण के अनूठे पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं।"
आईआईआईडी और निपोन पेंट्स के सहयोग से यह परियोजना न केवल सौंदर्य को बढ़ाती है बल्कि झीलों के किनारों की ऐतिहासिक दीवारों को संरक्षित करने का भी प्रयास है। कार्यक्रम में मुंबई से आए अतिथियों ने इस पहल की सराहना की और इसे अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बताया।