उदयपुर, विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान की समस्त इकाइयों का सामूहिक गणतंत्र दिवस समारोह संस्थान के खेल मैदान मंे हर्षोल्लास एवं गरिमा के साथ मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी एवं विशिष्ट अतिथि ले. कर्नल मनमोहन सिंह रावत द्वारा ध्वजारोहण किया गया एवं एन.सी.सी., एन.एस.एस., स्काउट गाइड, आदि टुकड़ियों की सलामी ली। इससे पूर्व मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सी.पी. जोशी ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह पर्व भारत के नागरिकों का गौरवमय पर्व है। आज भारत की सभी क्षेत्रों में वैश्विक पहचान है और हमें इस वैश्विक पहचान को और अधिक बढ़ाना है। 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है। यह दिन भी हमारे लिए गौरव और स्वाभिमान का दिवस है। गणतंत्र दिवस के साथ संविधान दिवस मनाना एक नई पहल है। हमें संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना चाहिए। विशिष्ट अतिथि ले.कर्नल मनमोहन सिंह रावत ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए एवं सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे देश को स्वतंत्रता हमारे देश के स्वतंत्रता सैनानियों और सैनिकों के त्याग और बलिदान से प्राप्त हुई है। उनके बलिदान को सदैव स्मरण करना चाहिए और देश के विकास के लिए हमें तन-मन-धन से समर्पित होना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विद्या प्रचारिणी सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष कर्नल प्रो शिव सिंह सारंगदेवोत ने कहा है कि भारत विविधताओं वाला देश है और इन विविधताओं में एकता इस देश की विशिष्ट पहचान है। उन्होेंन कहा कि संस्कृति, परम्पराओं एवं विविधताओं का समन्वय बनाये रखना आज की महती आवश्यकता है। युवाओं को देश के सामने आने वाली चुनौतियों के अनुसार अपने-आप को तैयार करना चाहिए। और उन्होंने कहा कि हमें अपने कर्त्तव्यों के प्रति सदैव सजग और क्रियाशील होना चाहिए। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्या प्रचारिणी सभा के सचिव डॉ. महेन्द्र सिंह आगरिया ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संविधान में समय के अनुकूल परिवर्तन होता ही रहा है और तभी संविधान का महत्व है और यह हमारे देश के शासन को सुचारु रूप से चलाने में सहायक रहता है। इस अवसर पर संस्थान की विभिन्न इकाइयों की एन.सी.सी. की एयर, आर्मी और नेवल विंग की सीनियर एवं जूनियर डिवीजन के कैडेट्स, स्काउट गाईड, क्लब बुलबुल, फार्मेसी, विधि एवं शारीरिक शिक्षा की टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लेते हुए पाइलेटिंग ऑफिसर माधवी सुधार के नेतृत्व में मार्चपास्ट किया। संस्थान की विभिन्न इकाइयों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें देश की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रत्यक्ष किया गया एवं देशभक्ति के भाव को जाग्रत किया गया। मार्चपास्ट प्रदर्शन में जूनियर विंग में 10 राज बटालियन एन.सी.सी., आर्मी जूनियर डिविजन, भूपाल नोबल्स उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रथम रहा व द्वितीय स्थान पर 01 राज लेवल यूनिट एन.सी.सी.रहा। सीनियर वर्ग में 5 राज बटालियन एन.सी.सी. आर्मी सीनियर डिविजन राजसमन्द, भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय, राजसमन्द प्रथम व 5 राज बटालियन एन.सी.सी. आर्मी सीनियर विंग, भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय उदयपुर द्वितीय रहा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियांे में जूनियर विंग में बी.एन. सीनियर सेकेण्डरी स्कूल प्रथम एवं बी.एन. पब्लिक स्कूल द्वितीय रहा। सीनियर वर्ग में बी.एन. पी.जी. गर्ल्स कॉलेज राजसमन्द प्रथम एवं बी.एन.पी.जी. कॉ-एड कॉलेज द्वितीय रहा।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा एन.सी.सी. एवं खेलकूद के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियां अर्जित करने वाले कैडेट्स एवं खिलाड़ियों एवं परेड एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के विजेतााओं को प्रतीक चिह्न और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिह्न देकर समादृत किया गया। निर्णायक के रूप में डॉ. हितैष गंधर्व, डॉ. शिवांगी भट्ट, कृष्णेन्दु साहा उपस्थित थे। इस अवसर पर भूपाल नोबल्स संस्थान के प्रबन्ध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, विद्या प्रचारिणी सभा के संयुक्त मंत्री राजेन्द्र सिंह झाला, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. निरंजन नारायण सिंह राठौड़, कार्यकारिणी सदस्य नवल सिंह जुड़, सुरेंद्र सिंह रुद, महेन्द्र सिंह पाखण्ड, महेन्द्र सिंह पाटिया, कमलेश्वर सिंह सारंगदेवोत, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, ऑल्ड बॉयज एसोसिएशन के सचिव भानुप्रताप सिंह सोलंकी, समाज सेवी हर्षवर्धन सिंह रुद, विप्रस के गजेंद्र सिंह घटियावलीं, सत्यनारायण सिंह मदारा, नरेंद्र पाल सिंह सेमारी, दिलीप सिंह दूदौड़, भानु प्रताप सिंह ओछडी, आदि गणमान्य संस्थान के विभिन्न इकाइयों के अधिष्ठाता, निदेशक, परीक्षा नियंत्रक, संकाय सदस्य, कर्मचारीगण, अभिभावकगण सहित विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन डॉ. अनिता राठौड़, डॉ. मनीषा शेखावत ने किया।