उदयपुर बी.एन. संस्थान, उदयपुर के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ ने बताया कि सर्वप्रथम संस्थान के पौराणिक नर्बदेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में वैदिक मंत्रोंचार से हवन आहुतियां दी गई तत्पश्चात यह समारोह दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ और प्रबन्ध निदेशक राठौड़ द्वारा स्वागत भाषण देते हुए संस्थान की उपलब्धियां का वर्णन किया गया और कहा कि आज का दिन नये संकल्प लेने का शुभ दिन हैं। मुख्य अतिथि संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष कर्नल प्रो. शिव सिंह सारंगदेवोत ने अपने उद्बोधन में कहा कि सकारात्मकता के साथ संस्थान विकास में सहयोग करें, हमारी शिक्षा के प्राचीन केंद्र हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने नवाचार के बारे में कहा और कहा कि 103 वर्ष पूर्व संस्थान की स्थापना करना गौरव की बात थी तब साक्षरता दर 0.5 प्रतिशत थी। उन्होंने पुराने कर्णधारों का स्मरण किया और कहा कि हमे जागरूक नागरिक बनाना है, उन्होंने महाराणा महेंद्र सिंहजी का भी स्मरण किया और रिसर्च और इनोवेशन से विकास होगा संस्कृति को वैज्ञानिक दृष्टिकोण को जागृत करना होगा। पर्यावरण संतुलन के महत्व आवश्यकता है और शिक्षा के क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं हमें सामूहिक प्रयासों के साथ संस्थान को आगे बढ़ाना है भारतीय ज्ञान परंपरा में नई शिक्षा नीति 2020 को साथ लेकर हमें बढ़ाना होगा।
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ओल्ड बॉयज एसोसिएशन के सचिव भानु प्रताप सिंह झीलवाड़ा ने अपने उद्बोधन में सबका स्वागत करते हुए ओल्ड बाॅयज की द्वारा संस्थान के विद्यार्थियों के हित में की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान के मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह आगरिया ने रक्तदान के महत्व के बारे में बताया और उन्होंने संकल्प दिलाया कि हम पूर्वजों के बताएं मार्ग पर चलेे और बच्चों को संमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे ज्ञान से बल और सुख मिलता है।
विशिष्ट अतिथि एक भारत श्रेष्ठ भारत शिविर के केम्प कमाण्डेट लेफ्टिनेंट कर्नल मनमोहन सिंह रावत और लेफ्टिनेंट कर्नल शैलेन्द्र सिंह राठौड़ थे। संस्थान की समस्त इकाईयों के अधिष्ठाताओं ने अपने संकाय की शैक्षणिक गतिविधियों का प्रतिवेदन एवं प्रस्तावित योजनाओं को प्रस्तुत किया। ओल्ड बाॅयज एसोसिएशन व विद्या प्रचारिणी सभा के संयुक्त तत्वावधान में 103 यूनिट रक्तदान हुआ और रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
संस्थान के संस्थापक महाराणा भूपाल सिंह जी मेवाड़ व अन्य संस्थापक राव मामा जी महाराज अमान सिंह रलावता, बहादुर राज सिंह जी बेदला, ठाकुर गुमान सिंह जी रूपाखेड़ी और संस्थान के कर्म शिल्पी, ठाकुर रणबहादुर सिंह चौहान, ठाकुर स्वरूप सिंह जी चुंडावत, की प्रतिमाओं पर कृतज्ञता स्वरूप माल्यार्पण कर नमन किया गया तत्पश्चात समस्त संस्था परिवार तथा विद्यार्थी गणित स्टाफ व प्रबंधन परिषद के समस्त जनों की सभा संवाद आहत हुआ इस अवसर पर विद्या प्रचारिणी सभा के संयुक्त मंत्री राजेंद्र सिंह ताणा, कुलसचिव डॉ. निरंजन नारायण सिंह राठौड़ व कार्यकारिणी सदस्य करण सिंह उमरी, नवल सिंह जूड़, महेन्द्र सिंह पाटीया, महेन्द्र सिंह पाखण्ड एवं विद्या प्रचारिणी सभा के गणमान्य सदस्यगण, संस्थान की सभी इकाइयों के अधिष्ठाता, निदेशक, प्राचार्य, स्टाफ उपस्थित थे।