उदयपुर भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के विज्ञान अधिष्ठाता डॉ रेणु राठौड़ ने बताया कि भू विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने पाँच दिवसीय भूवैज्ञानिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत राजस्थान की सबसे पुरानी चटानों से लेकर नवीनतम चटानों का अध्ययन किया, जिसके अंतर्गत 20 विद्यार्थियों ने उदयपुर के पास जमुनिया की नाल में 250 करोड़ वर्ष पूर्व की चट्टानों, नाकोड़ा भैरव के पास 80 करोड़ वर्ष पूर्व की ज्वालामुखी चट्टानों, जैसलमेर के सानु में स्थित आरएसएसएम की स्टील मेकिंग ग्रेड लाइमस्टोन की माईन्स का दौरा किया। भूविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत ने बताया कि विधार्थियों ने सिरोही में उपस्थित चट्टानों का, बाड़मेर की गिरल लिग्नाइट माईन्स, जैसलमेर और जोधपुर सैंडस्टोन की माईन्स का भी अध्ययन किया और भूवैज्ञानिक ज्ञान प्राप्त किया। सहायक आचार्य करण सिंह चुण्डावत ने विधार्थियों को भूविज्ञान विषय की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। सहायक आचार्य करण सिंह चुण्डावत ने साथ रहकर विद्यार्थियों को भूविज्ञान विषय की महत्वपूर्ण जानकारीयाँ प्रदान की। इस भूवैज्ञानिक शैक्षणिक भ्रमण के लिए संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष कर्नल प्रो शिव सिंह सारंगदेवोत, मंत्री डॉ एम एस आगरिया, प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार डॉ एन एन सिंह राठौड़ ने शुभकामनाएं प्रेषित की.